Home - Political MCQ - संविधान और धर्मनिरपेक्षता (Secularism in Constitution) संविधान और धर्मनिरपेक्षता (Secularism in Constitution) Last Updated on: April 29, 2025 by Monika Rathod 0 भारतीय संविधान और धर्मनिरपेक्षता (Secularism in Constitution) - अनुच्छेद 25-28 पर MCQ क्विज़ भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा पर विशेष प्रश्नोत्तरी। अनुच्छेद 25-28 (धार्मिक स्वतंत्रता), 44 (समान नागरिक संहिता) और हाल के विवादों से जुड़े सभी महत्वपूर्ण प्रश्न UPSC, State PSC, Judiciary और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए। संवैधानिक प्रावधान अनुच्छेद विवरण 25 धर्म का अबाध रूप से पालन की स्वतंत्रता 26 धार्मिक संस्थाओं का प्रबंधन 27 धर्म के प्रचार के लिए करों से मुक्ति 28 सरकारी शिक्षण संस्थानों में धार्मिक शिक्षा पर प्रतिबंध धर्मनिरपेक्षता की विशेषताएं ✔ सकारात्मक धर्मनिरपेक्षता (सभी धर्मों को समान संरक्षण) ✔ पश्चिमी मॉडल से भिन्न (भारत राज्य धर्म को नहीं अपनाता, पर धर्मों में हस्तक्षेप कर सकता है) ✔ 42वें संशोधन (1976) द्वारा प्रस्तावना में 'सेक्युलर' शब्द जोड़ा गया 1 / 48 भारतीय संविधान के तहत धर्मनिरपेक्षता का क्या महत्व है? सांप्रदायिक भेदभाव बढ़ाना विभिन्न धर्मों के बीच समानता और सद्भावना धार्मिक भेदभाव करना एक धर्म का पालन करना धर्मनिरपेक्षता भारतीय संविधान का मूल सिद्धांत है, जो समाज में विभिन्न धर्मों के बीच सद्भावना और समानता की स्थापना करता है। 2 / 48 भारतीय संविधान के तहत राज्य किस प्रकार के धार्मिक कार्यों में भाग ले सकता है? कोई भागीदारी नहीं कुछ अनुमति है कुछ क्षेत्रों में अनुमति है धार्मिक कार्यों में राज्य को नियंत्रित करना भारतीय संविधान के तहत राज्य को धार्मिक कार्यों में भाग लेने की अनुमति नहीं है, यह धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन होगा। 3 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता के तहत कौन से अधिकार दिए गए हैं? धर्म का पालन धर्म प्रचार का अधिकार धार्मिक शिक्षा धार्मिक स्वतंत्रता भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता के तहत, धार्मिक स्वतंत्रता, धर्म का पालन, धर्म से जुड़ी शिक्षा और संस्थाओं के अधिकार दिए गए हैं। 4 / 48 भारत में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का पालन किस प्रकार किया जाता है? एक धर्म का प्रचार धर्म को सरकारी नीति बनाना सभी धर्मों को समान मान्यता देना धार्मिक भेदभाव करना भारत में राज्य किसी भी धर्म को बढ़ावा नहीं देता, सभी धर्मों को समान रूप से मान्यता देता है। 5 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 28 में क्या प्रावधान है? सरकारी संस्थानों में धार्मिक शिक्षा निजी संस्थानों में धार्मिक शिक्षा सरकार को धार्मिक शिक्षा के लिए समर्थन देना सभी के लिए समान शिक्षा अनुच्छेद 28 के तहत, किसी भी धार्मिक शिक्षा को सरकारी संस्थानों में नहीं दिया जा सकता। 6 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन किस संशोधन से हुआ था? 42वां संशोधन 44वां संशोधन 50वां संशोधन 46वां संशोधन भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन 42वें संविधान संशोधन, 1976 के द्वारा हुआ था। 7 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता की क्या भूमिका है? सभी धर्मों का प्रचार धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा एक धर्म का पालन विभिन्न धर्मों के बीच समानता और सम्मान धर्मनिरपेक्षता भारतीय संविधान का एक महत्वपूर्ण सिद्धांत है, जो विभिन्न धर्मों के बीच समानता और सम्मान की स्थापना करता है। 8 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को लागू करने का कौन जिम्मेदार है? प्रधानमंत्री राज्य और न्यायपालिका राष्ट्रपति संसद धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को लागू करने की जिम्मेदारी राज्य और न्यायपालिका की है। 9 / 48 भारतीय संविधान में किस अनुच्छेद में धार्मिक स्वतंत्रता का उल्लंघन रोकने की बात की गई है? अनुच्छेद 29 अनुच्छेद 26 अनुच्छेद 25 अनुच्छेद 28 अनुच्छेद 25 में धार्मिक स्वतंत्रता के उल्लंघन को रोकने की बात की गई है। 10 / 48 भारतीय संविधान के तहत धार्मिक स्वतंत्रता का क्या अर्थ है? धर्म का पालन करना धर्म का प्रचार करना धर्म को हटाना धर्म को नियंत्रित करना धार्मिक स्वतंत्रता का मतलब है कि हर व्यक्ति को अपने धर्म का पालन करने और उसे प्रैक्टिस करने का अधिकार है। 11 / 48 भारतीय संविधान के अनुसार धर्मनिरपेक्षता का उद्देश्य क्या है? धार्मिक समानता और सहिष्णुता धर्म प्रचार करना धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देना राज्य का धर्म स्थापित करना धर्मनिरपेक्षता का उद्देश्य समाज में धार्मिक समानता, सहिष्णुता और सांप्रदायिक सद्भावना को बढ़ावा देना है। 12 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 29-30 के तहत कौन सा अधिकार दिया गया है? अल्पसंख्यकों के धर्म का पालन अल्पसंख्यकों को शिक्षा देने का अधिकार अल्पसंख्यकों को प्रचार करने का अधिकार अल्पसंख्यकों को सरकारी नौकरी अनुच्छेद 29-30 के तहत, अल्पसंख्यकों को अपनी संस्कृति, धर्म और भाषा के प्रचार का अधिकार दिया गया है। 13 / 48 भारत में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का पालन कैसे होता है? केवल एक धर्म को बढ़ावा दिया जाता है सभी धर्मों को समान मान्यता दी जाती है राज्य का कोई धर्म नहीं होता धर्म पर कोई नियंत्रण नहीं होता भारत में धर्मनिरपेक्षता का पालन इस तरह होता है कि राज्य किसी भी धर्म को बढ़ावा नहीं देता और सभी धर्मों को समान रूप से मान्यता देता है। 14 / 48 भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद में धार्मिक संगठन को अपनी संपत्ति का प्रबंधन करने का अधिकार है? अनुच्छेद 26 अनुच्छेद 27 अनुच्छेद 28 अनुच्छेद 25 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 26 में धार्मिक संगठनों को अपनी संपत्ति का प्रबंधन करने का अधिकार दिया गया है। 15 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 15 में क्या प्रावधान है? धार्मिक स्वतंत्रता भेदभाव निषेध स्वतंत्रता का अधिकार राज्य का नियंत्रण अनुच्छेद 15 के तहत धर्म, जाति, लिंग आदि के आधार पर भेदभाव करने से मना किया गया है। 16 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 27 के तहत क्या प्रावधान है? राज्य धर्म को बढ़ावा दे सकता है धर्म के आधार पर कर नहीं ले सकता धर्म को सार्वजनिक जीवन से हटा सकता है राज्य को धार्मिक भेदभाव करने का अधिकार है अनुच्छेद 27 के अनुसार, राज्य किसी भी व्यक्ति से धर्म के आधार पर कर नहीं ले सकता। 17 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25-28 में क्या प्रावधान हैं? धार्मिक स्वतंत्रता नागरिक अधिकार संपत्ति अधिकार धर्मनिरपेक्षता अनुच्छेद 25-28 के तहत धार्मिक स्वतंत्रता, धर्म का पालन और धार्मिक संस्थाओं की स्वतंत्रता दी गई है। 18 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत के अंतर्गत क्या आता है? एक धर्म का पालन करना सभी धर्मों को समान मान्यता देना राज्य का कोई धर्म नहीं होगा धार्मिक भेदभाव करना भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का मतलब है कि राज्य का कोई धर्म नहीं होगा। 19 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को कब जोड़ा गया? 44वां संशोधन 42वां संशोधन 39वां संशोधन 50वां संशोधन धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को 42वें संविधान संशोधन, 1976 के दौरान जोड़ा गया। 20 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन करने के लिए किसकी भूमिका सबसे महत्वपूर्ण है? सरकार राष्ट्रपति नागरिकों न्यायपालिका और राज्य भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन करने के लिए राज्य और न्यायपालिका की भूमिका महत्वपूर्ण है। 21 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को किस प्रक्रिया के तहत लागू किया गया? 44वां संशोधन 42वां संशोधन 46वां संशोधन 50वां संशोधन धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को 42वें संविधान संशोधन (1976) के तहत लागू किया गया था। 22 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 32 का क्या महत्व है? नागरिक अधिकारों का उल्लंघन रोकना मौलिक अधिकारों का संरक्षण राज्य के अधिकारों का उल्लंघन धर्मनिरपेक्षता का उल्लंघन अनुच्छेद 32 भारतीय नागरिकों को उनके मौलिक अधिकारों के उल्लंघन पर सुप्रीम कोर्ट में सीधे याचिका दायर करने का अधिकार प्रदान करता है। 23 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 29 और 30 में क्या अधिकार दिए गए हैं? अल्पसंख्यकों को उनके धर्म का पालन करने का अधिकार भाषाई अधिकार धार्मिक अनुशासन का अधिकार शिक्षा संस्थान स्थापित करने का अधिकार अनुच्छेद 29 और 30 के तहत, अल्पसंख्यक धार्मिक और भाषाई समुदायों को अपनी शिक्षा प्रणाली स्थापित करने का अधिकार है। 24 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन किस प्रकार किया जाता है? सभी धर्मों के समान अधिकार धर्म का प्रसार करना धार्मिक भेदभाव करना धार्मिक शिक्षा देना भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन सभी धर्मों के समान अधिकार और सम्मान प्रदान करके किया जाता है। 25 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को अपनाने का उद्देश्य क्या है? धार्मिक भेदभाव को बढ़ावा देना एक धर्म का प्रचार करना धार्मिक समानता और सांप्रदायिक सद्भावना राष्ट्रवादी भावना को बढ़ावा देना धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का उद्देश्य समाज में धार्मिक समानता और सांप्रदायिक सद्भावना को बढ़ावा देना है। 26 / 48 भारत में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत का पालन करने के लिए कौन सा संस्थान जिम्मेदार है? राज्य और न्यायपालिका संसद और राष्ट्रपति प्रधानमंत्री और चुनाव आयोग राज्य सरकारें भारत में धर्मनिरपेक्षता का पालन करने के लिए राज्य और न्यायपालिका जिम्मेदार हैं। 27 / 48 भारतीय संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता का संरक्षण किस अनुच्छेद से किया गया है? अनुच्छेद 25-28 अनुच्छेद 15-18 अनुच्छेद 30-35 अनुच्छेद 40-45 धार्मिक स्वतंत्रता का संरक्षण भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 से 28 में किया गया है। 28 / 48 धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत के तहत भारत में धार्मिक शिक्षा का क्या स्थान है? आवश्यक अनुमोदित राज्य नियंत्रण के बिना अनिवार्य भारत में राज्य द्वारा धर्मनिरपेक्ष शिक्षा प्रदान की जाती है, और धार्मिक शिक्षा पर राज्य का नियंत्रण नहीं है। 29 / 48 भारतीय संविधान के किस अनुच्छेद के तहत धार्मिक संस्थाओं को अपनी संपत्ति का प्रबंधन करने का अधिकार मिलता है? अनुच्छेद 25 अनुच्छेद 26 अनुच्छेद 27 अनुच्छेद 28 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 26 के तहत धार्मिक संस्थाओं को अपनी संपत्ति का प्रबंधन करने का अधिकार मिलता है। 30 / 48 भारत में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत के लिए कौन सा संविधान संशोधन जिम्मेदार है? 44वां संशोधन 42वां संशोधन 45वां संशोधन 50वां संशोधन धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को भारतीय संविधान में 42वें संशोधन (1976) द्वारा लागू किया गया था। 31 / 48 भारतीय संविधान में धार्मिक भेदभाव के खिलाफ कौन से प्रावधान हैं? अनुच्छेद 15 अनुच्छेद 16 अनुच्छेद 18 अनुच्छेद 25-28 भारतीय संविधान में धार्मिक भेदभाव के खिलाफ अनुच्छेद 15 और 25-28 में प्रावधान हैं। 32 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन किस अनुच्छेद के तहत किया जाता है? अनुच्छेद 15-18 अनुच्छेद 20-25 अनुच्छेद 25-28 अनुच्छेद 30-35 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन अनुच्छेद 25-28 के तहत किया जाता है। 33 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन करने की जिम्मेदारी किसकी है? राज्य न्यायपालिका राष्ट्रपति नागरिक धर्मनिरपेक्षता का पालन राज्य पर है, जो सभी धर्मों को समान रूप से मान्यता और सम्मान प्रदान करता है। 34 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को लागू करने के लिए कौन जिम्मेदार है? प्रधानमंत्री राज्य और न्यायपालिका चुनाव आयोग राष्ट्रपति संविधान में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को लागू करने की जिम्मेदारी राज्य और न्यायपालिका की है। 35 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 27 में क्या प्रावधान है? संपत्ति कर धर्म के आधार पर कर शिक्षा कर धार्मिक कर अनुच्छेद 27 के अनुसार, राज्य किसी भी व्यक्ति से धर्म के आधार पर कर नहीं ले सकता। 36 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 26 में क्या अधिकार दिया गया है? धार्मिक संगठनों का अधिकार संपत्ति का अधिकार धर्म प्रचार का अधिकार धार्मिक शिक्षा का अधिकार अनुच्छेद 26 के तहत धार्मिक संगठनों को अपनी गतिविधियाँ संचालित करने और धार्मिक संपत्तियों का प्रबंधन करने का अधिकार है। 37 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता को क्या माना जाता है? सांस्कृतिक धरोहर राज्य नीति नागरिकों का अधिकार राज्य का धर्म भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता को राज्य की नीति के एक मौलिक सिद्धांत के रूप में माना गया है। 38 / 48 भारत में धर्मनिरपेक्षता की विशेषता क्या है? एक धर्म का पालन सभी धर्मों को समान मान्यता राज्य का धर्म होना धार्मिक भेदभाव भारतीय धर्मनिरपेक्षता का अर्थ है कि राज्य का कोई आधिकारिक धर्म नहीं होगा। 39 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 28 के तहत क्या प्रावधान है? धर्म का पालन धर्म प्रचार धर्म का निषेध संपत्ति अधिकार अनुच्छेद 28 के तहत सरकारी विद्यालयों और संस्थानों में धर्म के प्रचार-प्रसार पर प्रतिबंध लगाया गया है। 40 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का क्या महत्व है? यह केवल हिन्दू धर्म के लिए है यह राज्य के धर्म का पालन करने के लिए है यह धर्मों के बीच समानता को बढ़ावा देता है यह किसी एक धर्म को बढ़ावा देता है धर्मनिरपेक्षता का महत्व यह है कि यह सभी धर्मों के बीच समानता और भाईचारे की भावना को बढ़ावा देता है। 41 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन करने का दायित्व किस पर है? नागरिक राज्य धार्मिक संगठनों न्यायपालिका भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का पालन करने का दायित्व राज्य पर है, जो सभी धर्मों को समान सम्मान देता है। 42 / 48 भारतीय संविधान में धार्मिक भेदभाव को किस अनुच्छेद द्वारा निषेध किया गया है? अनुच्छेद 15 अनुच्छेद 18 अनुच्छेद 23 अनुच्छेद 29 भारतीय संविधान में धार्मिक भेदभाव को अनुच्छेद 15 द्वारा निषेध किया गया है। 43 / 48 भारतीय संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता का संरक्षण किस अनुच्छेद में किया गया है? अनुच्छेद 15 अनुच्छेद 25-28 अनुच्छेद 35 अनुच्छेद 20 भारतीय संविधान में धार्मिक स्वतंत्रता का संरक्षण अनुच्छेद 25 से 28 तक किया गया है। 44 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को कौन लागू करता है? प्रधानमंत्री न्यायपालिका राज्य विधान सभा धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांत को भारतीय राज्य और न्यायपालिका लागू करते हैं। 45 / 48 भारतीय संविधान के अनुच्छेद 25 में क्या दिया गया है? धर्म का पालन करने का अधिकार संपत्ति का अधिकार भाषाई अधिकार चुनाव का अधिकार अनुच्छेद 25 में नागरिकों को अपने धर्म का पालन करने, प्रचार करने और धार्मिक गतिविधियों में भाग लेने का अधिकार दिया गया है। 46 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा किससे प्रेरित है? ब्रिटेन यूरोपीय देशों अमेरिका चीन भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा यूरोपीय देशों के धर्मनिरपेक्ष मॉडल से प्रेरित है। 47 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता का क्या अर्थ है? सभी धर्मों का सम्मान एक धर्म का पालन धार्मिक उत्पीड़न धर्मनिरपेक्ष शासन धर्मनिरपेक्षता का अर्थ है कि राज्य का कोई धर्म नहीं होगा और सभी धर्मों को समान सम्मान मिलेगा। 48 / 48 भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता को कब जोड़ा गया था? 44वां संशोधन 42वां संशोधन 46वां संशोधन 50वां संशोधन भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता को 42वें संविधान संशोधन (1976) के तहत जोड़ा गया था। Your score isThe average score is 0% 0% Restart quiz Quiz Results:There are no results yet.You must log in to see your results. Sharing Is Caring: Monika Rathod Monika Rathod is a Political Science content creator at ExampyQHub. With a strong grasp of political theories, governance systems, and current political affairs, she aims to simplify complex concepts for students and competitive exam aspirants. ...