बौद्ध धर्म के प्रसार में सम्राट अशोक की भूमिका क्या थी?

Answer: अत्यधिक महत्वपूर्ण

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Explanation: सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपनाया और इसके प्रचार-प्रसार को राज्य की नीति बना दिया। उन्होंने धम्म नीति लागू की, जिसमें अहिंसा, सहिष्णुता और करुणा पर जोर था। अशोक ने स्तूप, विहार और शिलालेख बनवाकर बौद्ध शिक्षाओं को आमजन तक पहुँचाया। उन्होंने बौद्ध धर्म के प्रचारकों को श्रीलंका, मध्य एशिया और दक्षिण-पूर्व एशिया तक भेजा। उनके शासनकाल में बौद्ध धर्म एक वैश्विक धर्म के रूप में स्थापित हुआ। अशोक के प्रयासों ने बौद्ध धर्म को भारत से बाहर भी स्थायी स्थान दिलाया।

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बौद्ध धर्म का वर्तमान वैश्विक प्रभाव क्या है?

Answer: शांति और ध्यान संस्कृतिExplanation: आज बौद्ध धर्म दुनिया के कई देशों में प्रचलित है, जैसे थाईलैंड, श्रीलंका, जापान, चीन,... और देखें

बौद्ध धर्म का भारत से पतन क्यों हुआ?

Answer: कई कारणExplanation: भारत में बौद्ध धर्म के पतन के पीछे कई कारण थे। इनमें ब्राह्मण धर्म का पुनरुत्थान, बौद्ध... और देखें

बौद्ध कला और वास्तुकला की प्रमुख विशेषताएँ क्या हैं?

Answer: स्तूपExplanation: विहार और मूर्तिकला और देखें

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बौद्ध धर्म के प्रमुख ग्रंथ कौन-कौन से हैं?

Answer: त्रिपिटकExplanation: त्रिपिटक बौद्ध धर्म का सबसे महत्वपूर्ण ग्रंथ है, जो तीन भागों में विभाजित है—विनय पिटक, सुत्त पिटक और... और देखें

बौद्ध धर्म में महायान और हीनयान में क्या अंतर है?

Answer: मार्ग और आदर्शों में अंतरExplanation: महायान और हीनयान बौद्ध धर्म के दो प्रमुख संप्रदाय हैं। हीनयान, जिसे 'थेरवाद' भी... और देखें

बौद्ध धर्म में अहिंसा का महत्व क्या है?

Answer: सर्वोपरिExplanation: बौद्ध धर्म में अहिंसा को सर्वोच्च नैतिक मूल्य माना गया है। बुद्ध का मानना था कि हिंसा से... और देखें

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